tag:blogger.com,1999:blog-944461108085492997.post4108064758156788328..comments2024-03-28T02:14:07.401-07:00Comments on vikram7: आज रात कुछ थमी-थमी सीvikram7http://www.blogger.com/profile/06934659997126288946noreply@blogger.comBlogger7125tag:blogger.com,1999:blog-944461108085492997.post-6040214557830538132009-08-10T16:12:12.430-07:002009-08-10T16:12:12.430-07:00इस शानदार, लाजवाब और बेहतरीन रचना के लिए बधाई!इस शानदार, लाजवाब और बेहतरीन रचना के लिए बधाई!Urmihttps://www.blogger.com/profile/11444733179920713322noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-944461108085492997.post-61134881314886896472009-08-10T02:18:52.925-07:002009-08-10T02:18:52.925-07:00शंकाओ का कसता धेरा
कैसा होगा मेरा सवेरा
मंजिल के स...शंकाओ का कसता धेरा<br />कैसा होगा मेरा सवेरा<br />मंजिल के सिरहाने पर ये ,राहें कैसी बटी-बटी सी<br /><br />कितना सजीव चित्रण है आपकी रचना में..... इस रचना को गाने में सुनना और भी अच्छा लगेगा ..........दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-944461108085492997.post-16711145008907645492009-08-10T01:18:35.092-07:002009-08-10T01:18:35.092-07:00स्वप्न न जानें कैसे भटके
नयनों की कोरो से छलके
दू...स्वप्न न जानें कैसे भटके<br />नयनों की कोरो से छलके<br /><br />दूर स्वान की स्वर भेदी से ,हर आशाये डरी-डरी सी<br /> Bhav bakhubi ukere hain !! Ria Sharmahttps://www.blogger.com/profile/07417119595865188451noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-944461108085492997.post-79119594831498983552009-08-09T10:16:24.180-07:002009-08-09T10:16:24.180-07:00मंजिल के सिरहाने पर ये ,राहें कैसी बटी-बटी सी...Um...मंजिल के सिरहाने पर ये ,राहें कैसी बटी-बटी सी...Umdaओम आर्यhttps://www.blogger.com/profile/05608555899968867999noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-944461108085492997.post-8867783740657547372009-08-09T07:16:58.530-07:002009-08-09T07:16:58.530-07:00दर्दो का वह उडनखटोला
ले कर मेरे मन को डोला
स्याह ...दर्दो का वह उडनखटोला<br />ले कर मेरे मन को डोला<br /><br />स्याह रात की जल-धरा से ,मेरी गागर भरी-भरी सी<br /><br />waah lajawab bhav liye sunder kavita badhaimehekhttps://www.blogger.com/profile/16379463848117663000noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-944461108085492997.post-55184342034418804952009-08-09T05:25:30.906-07:002009-08-09T05:25:30.906-07:00बहुत ही बेह्तेरीं रचना है सर जी..
गजब है... लाजवाब...बहुत ही बेह्तेरीं रचना है सर जी..<br />गजब है... लाजवाबआमीनhttps://www.blogger.com/profile/16941934229646948818noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-944461108085492997.post-28460223232890960302009-08-09T04:42:23.379-07:002009-08-09T04:42:23.379-07:00मंजिल के सिरहाने पर ये ,राहें कैसी बटी-बटी सी
बेहत...मंजिल के सिरहाने पर ये ,राहें कैसी बटी-बटी सी<br />बेहतरीन <br />दुश्चिंताओ से घिरा सफर <br />अनिश्चितताओ का डगर <br />बहुत खूब रचा हैM VERMAhttps://www.blogger.com/profile/10122855925525653850noreply@blogger.com