मेरा कुसूर क्या यहाँ आलिम बताइये
आशुफ़्ता करके बज़्म से मुझको न जाइये
मेरे अज़ीज़ मैं हूँ अजब से अज़ाब में
अब्तर मुझे अब्सार से करके दिखाइये
ख़ुत्बा दिया खुदी का मेरी एक न सुनी
गुलशन उजाड़ करके न गर्दिश को लाइये
नुक्ताबीं नागवार है सबकी निगाह में
आकर जरा फ़िगार को नादिर बनाइये
दिल में गिरह लगा के गिरिया न कीजिये
मेरे फ़िदाई फ़ितरत में फत्वा लगाइये
विक्रम
आशुफ़्ता करके बज़्म से मुझको न जाइये
मेरे अज़ीज़ मैं हूँ अजब से अज़ाब में
अब्तर मुझे अब्सार से करके दिखाइये
ख़ुत्बा दिया खुदी का मेरी एक न सुनी
गुलशन उजाड़ करके न गर्दिश को लाइये
नुक्ताबीं नागवार है सबकी निगाह में
आकर जरा फ़िगार को नादिर बनाइये
दिल में गिरह लगा के गिरिया न कीजिये
मेरे फ़िदाई फ़ितरत में फत्वा लगाइये
विक्रम
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