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आ, साथी नव वर्ष मनाएं
बीता कल अलविदा कह गया
जो भोगा, वह संग रह गया
धन्यवाद उसका भी करके,चिर-वसंत के स्वप्न सजाएं
आ, साथी नव वर्ष मनाएं
स्वागत नूतन वर्ष तुम्हारा
कैसा होगा साथ हमारा?
दीप नये नव-आशाओं के, आ तेरे संग आज जलाएं
आ साथी नव वर्ष मनाएं
सब कुछ खोकर जीने वाला
जैसे हो, कहनें ही वाला
अतुल वेदनाएँ जीवन में, फिर भी मंगल-गीत लुभाएं
आ, साथी नव वर्ष मनाएं
विक्रम
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