Click here for Myspace Layouts

बुधवार, 18 अप्रैल 2012

समय ठहर उस क्षण,है जाता .......







समय ठहर उस क्षण,है जाता    

ज्वार मदन का जब है आता

रश्मि-विभा में रण ठन जाता

तभी उभय नि:शेष समर्पण,ह्रदयों का उस पल हो जाता  

समय ठहर उस क्षण,है जाता  

श्वास सुरभि सी आती जाती
अधरों से मधु रस छलकाती

आलिंगन आबद्ध  युगल तब,प्रणय पाश में है बँध जाता    

समय ठहर उस  क्षण,है जाता          

कुसुम केंद्र भेदन क्षण आता
मृदुता को, कर्कशता  भाता

अग्नि शीत के बाहुवलय में,अर्पण अपनें को कर पाता      

समय ठहर उस  क्षण,है जाता         

विक्रम


18 टिप्‍पणियां:

  1. कुसुम केंद्र भेदन क्षण आता
    मृदुता को, कर्कशता भाता
    अग्नि शीत के बाहुवलय में,
    अर्पण अपनें को कर पाता
    समय ठहर उस क्षण,है जाता,

    वाह !!!! बहुत बढ़िया प्रस्तुति,विक्रम जी,..
    सुंदर भाव अभिव्यक्ति,बेहतरीन रचना के लिए बधाई,,,,

    MY RECENT POST काव्यान्जलि ...: कवि,...

    जवाब देंहटाएं
  2. अग्नि शीत के बाहुवलय में,अर्पण अपनें को कर पाता

    समय ठहर उस क्षण,है जाता
    वाह...आपने मेरी बात रख ली ,सच कहूँ इसी लिए आप की रचनाएँ मुझे बेहद अच्छी लगती है,कितने मर्यादित शब्दों में आप ने स्त्री,पुरुष के रिश्तों की मनमोहक व्याख्या कर दी ......वैसे आप की रचनाएँ इन विषयो में नाम मात्र की है . कही हाल में हुए बिवाद का यह रचना जवाब तो नही है की अब बोलो......??????

    जवाब देंहटाएं
  3. नंदिता जी आपको मेरी रचना पसंद आयी , धन्यवाद ,
    यह रचना जवाब तो नही है की अब बोलो......?????? जी नहीं ,मै विवादों में नहीं पड़ता, और आप किस विवाद की बात कर रही है?

    जवाब देंहटाएं
  4. ज्वार मदन का जब है आता
    रश्मि-विभा में रण ठन जाता

    तभी उभय नि:शेष समर्पण,ह्रदयों का उस पल हो जाता

    वाह......प्यार के सुखद पलों का बहुत गहराई ,व मर्यादित भाषा में चित्रण किया है,शब्दों से खेलना कोई आप से सीखे . लाजवाब रचना.

    जवाब देंहटाएं
  5. वाह ....इससे ज्यादा शब्द ही नहीं मिल रहे ...बहुत ही सुन्दर .

    जवाब देंहटाएं
  6. सुंदर शब्दों में नर नारी के समर्पण को लिखा है ...

    जवाब देंहटाएं
  7. बस इतना ही कह सकती हूँ,बेहतरीन

    जवाब देंहटाएं
  8. इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.

    जवाब देंहटाएं
  9. सुखद पलों का बहुत गहराई से अभिव्यक्ति

    जवाब देंहटाएं
  10. सार्थक प्रस्तुति। मेरे नए पोस्ट पर आपका इंतजार रहेगा। धन्यवाद।

    जवाब देंहटाएं