Click here for Myspace Layouts

मंगलवार, 31 दिसंबर 2013

स्वागत नूतन वर्ष तुम्हारा



स्वागत नूतन वर्ष तुम्हारा

नये रूप में  तुम  भी आये
स्वप्न सुनहरे कितने लाये

समय चक्र के गलियारे में,ओंस-कणों सा साथ हमारा

स्वागत नूतन वर्ष तुम्हारा

वर्ष पुराना जाने वाला
पी मेरे कर्मो की हाला

आज दिया मुझको तज उसने,संग रहकर भी रहा कुँआरा

स्वागत नूतन वर्ष तुम्हारा 

खुशियों और ग़मों के साये
उनमे  हर पल,पलते  आये

छलक गया कल मेरे कर से,तेरा कल ही मेरा सहारा

स्वागत नूतन वर्ष तुम्हारा


नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनायें

विक्रम

1 टिप्पणी:

  1. नभ पटल नौ बत्सल के, लिख आगम संदेस ।
    प्रथम किरन जोग रहि भर नौ नौ भूषन भेस ।१०९६।

    भावार्थ : -- नभ के पटल पर नववर्ष के आगमन का सन्देश लिख प्रथम किरण नए नए आभूषण एवं वस्त्रों से आभारित होकर प्रतीक्षारत है ॥

    जवाब देंहटाएं